किस्मत की किताब भी क्या लिखी हैं ऊपर वाले ने !!
पन्ने तो सारे हैं पर मोहब्बत का ज़िक्र नहीं !!
तोड़ कर दिल मेरा पूछ रहे थे वो !!
क्या तुम्हारा दिल भी किसी ने थोडा हैं !!
खुश रह ए मेरे दिल मोहब्बत का दर्द सह लिया तूने !!
वरना लगो खत्म हो जाते हैं दर्द मिटाने के लिए !!
जो था मैं अब वो रहा नहीं !!
अब जो बचा हु वो मुझे भी पता नहीं !!
पहली मोहब्बत के लिए दिल जिसे चुनता है !!
वो साथ हो न हो !!लेकिन दिल पर राज हमेशा उसीका रहता है !!
एक तेरे होने से ज़िंदगी !!
ज़िंदगी लगती है !!
बहुत ही खूबसूरत है तेरे अहसास की खुशबू !!
जब भी सोचता हूँ !! बस महक जाते है !!
सिर्फ सांसे चलते रहने को ही ज़िन्दगी नही कहते !!
आँखों में कुछ ख़वाब और दिल में उम्मीदे होना जरूरी है !!
ज़िन्दगी कभी आसन नही होती इसे आसान करना पड़ता है !!
कुछ नजर अंदाज करके कुछ को बर्दास्त करके !!
हमसे न करिये बातें यूँ बेरुखी से सनम !!
होने लगे हो कुछ-कुछ बेवफा से तुम !!
तेरा ख्याल दिल से मिटाया नहीं अभी !!
बेवफा मैंने तुझको भुलाया नहीं अभी !!
अब मैं अपनी_जिन्दगी से कोई हसरत क्यों करूँ !!
बेवफाई उसने की है तो गाँव से “नफरत” क्यों करूँ !!
दर्ददो तरह के होते हैं,एक दर्द आपको दर्द देता हैं !!
और दूसरा दर्द ,आपकोबदल देता हैं !!
क्या “अजीब” खेल रहा है इस मोहब्बत का भी !!
किसी को हम न_मिले और कोई हमें न मिला !!
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