अच्छे इन्सान में एक बुरी बात होती है !! वो सबको अच्छा समझ लेता है !! 

सबूतों की ज़रुरत पड़ रही है !! यकीनन दूरियां अब बढ़ रही है !! 

जो कभी लिपट जाती थी मुझसे बादलों के गरज़ने पर !! आज वो बादलों से भी ज्यादा गरजती है मुझपर !! 

जहाँ रहेगा वहाँ रौशनी लुटाएगा !! किसी चिराग़ का अपना मकान नहीं होता !! 

हसरतें आज भी खत लिखती हैं मुझे !! पर मैं अब पुराने पते पर नहीं रहता !! 

कोई मेरा बुरा करे वो उसका कर्म !! मैं किसी का बुरा ना करुँ ये मेरा धर्म !! 

दिल की ख़ामोशी पर मत जाओ !! राख के नीचे अकसर आग दबी होती है !! 

इलायची के दानों सा है मुकद्दर मेरा !! महक उतनी ही बिखरी जितने पिस्ते गए !! 

ज्यादा ख़्वाहिशें न रखिये जिंदगी से !! बस अगला कदम पिछले से बेहतरीन होना चाहिए !! 

सामने जो है ,उसे लोग बुरा कहता है !! और जो दिखाई नहीं देता लोग उसे खुदा कहता हैं !! 

खेल जो भी खेलो दिमाग से खेलना जीत जाओगे !! दिल को बीच मे लाए तो हार जाओगे !!