आप ही मेरे जीने की सलीका हो !! आप ही मेरे काजल आप ही मेरे नूर हो !!

कश्तियाँ सब की किनारे पे पहुँच जाती हैं !! जिन का कोई नहीं उन का ख़ुदा होता है !!

मिट जाए गुनाहों का तसव्वुर ही जहाँ से !! अगर हो जाये यकीन के खुदा देख रहा है !!

किसी को ये खौफ के खुदा न देख ले !! किसी की ये आरज़ू के खुदा देखता रहे !!

सामने है जो उसे लोग बुरा कहते हैं !! जिस को देखा ही नहीं उस को ख़ुदा कहते हैं !! 

अगर दे अल्लाह तो कोई छीन नहीं सकता !! अगर वो छीन ले तो कोई दे नहीं सकता !! 

तुझ को चुन लिया है जिंदगी भर के लिए मैंने !! मैं बे-ईमान नहीं कि रोज़ रोज़  ईमान बदलूँ !! 

वफ़ा भी तुमसे और खफ़ा भी तुमसे !! और देख लेना एक दिन निकाह भी तुमसे !! 

कौन कहता है दुआ से कुछ नहीं मिलता !! मांगने का तरीका हो तो क्या नहीं मिलता !!

हर ज़र्रा चमकता है अनवर-ए-इलाही से !! हर सांस ये कहती है हम हैं तो खुदा भी है !! 

हो जाओ तुम मेरी मेरा थाम लो हाथ !! रिश्ता हो ज़िंदगी भर का ना छूटे यह साथ !! 

तुम बैठी हो मेरे साथ और कहो क़बूल है !! यह दिन ना जाने अब और कितनी दूर है !!

हम ख़ुदा के कभी क़ाइल ही न थे !! उन को देखा तो ख़ुदा याद आया !!

रहने दे अपनी बंदगी ज़ाहिद !! बे-मोहब्बत ख़ुदा नहीं मिलता !!