एक हमसफ़र हो बिल्कुल आईने जैसा !! जो हंसे भी साथ और रोए भी साथ !!

बेशक मुझमें कोई कमी नही है !! पर शायद हम हमसफर ही नही है !!

हमारी तो सिर्फ एक ही ख्वाहिश है !! हर जन्म मेरे हमसफर तुम ही बनो !!

आप जैसा हँसी हमसफ़र हो अगर !! जा रहे हैं कहाँ, सोचता कौन है !!

एक ही मंजिल है उनकी एक ही है रास्ता !! क्यों सब फिर हमसफ़र से हमसफ़र लड़ने लगे !!

अकेला छोड़ने वालों को ये बताए कोई !! कि हम तो राह को भी हमसफ़र समझते हैं !!

हमसफ़र मेरे हमसफ़र पंख तुम परवाज़ हम !! ज़िंदगी का साज़ हो तुम साज़ की आवाज़ हम !!

उन्हीं रास्तों ने जिन पर कभी तुम थे साथ मेरे !! मुझे रोक रोक पूछा तेरा हमसफर कहाँ है !!

पहले कुछ दूर तक साथ चलके परख !! फिर मेरे हमसफ़र मुझे हमसफ़र बोलना !!

सच में प्यार में तभी दर्द होता है !! जब साथी अच्छा ना मिले !!