Izzat Shayari:- ईज़्ज़त एक ऐसा शब्द है जो हमारे समाज में बहुत महत्वपूर्ण है। यह हमारी मान सम्मान और उच्चता का संकेत होता है। जब हम किसी व्यक्ति की ईज़्ज़त करते हैं तो हम उसकी महत्ता को समझते हैं और उसे सम्मानित करते हैं। शायरी में ईज़्ज़त को व्यक्त करना एक ऐसी कला है जो लोगों के जीवन में एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
ईज़्ज़त को शायरी के माध्यम से बखूबी व्यक्त किया जाता है। इस शब्द के माध्यम से हमें एक संदेश मिलता है कि हमारी मानसिक और नैतिक ऊँचाइयों को बरकरार रखना हमारी जिंदगी का महत्वपूर्ण हिस्सा है। शायरी के माध्यम से हमें अपनी ईज़्ज़त के महत्व को समझाने का मौका मिलता है जो हमारे अंदर एक नयी सोच और प्रेरणा का जन्म देता है।
शायरी में ईज़्ज़त को व्यक्त करने के कई तरीके होते हैं। इस शब्द को बखूबी व्यक्त करने के लिए शायरों ने कई तरह के शब्दों और जज्बातों का इस्तेमाल किया है। ईज़्ज़त को शायरी के माध्यम से व्यक्त करने के लिए शायरों ने कई तरह की तकनीकें अपनाई हैं।
शायरी में ईज़्ज़त को बताने के लिए शायरों ने अक्सर ताज़ा फूलों, समुद्र, सितारे, चाँद, जंगल और पहाड़ों के संदर्भ का इस्तेमाल किया है। इन संदर्भों के माध्यम से वे ईज़्ज़त की महत्वता को व्यक्त करते हैं। इसके अलावा, शायरों ने आम जीवन से ली गई चीजों का भी इस्तेमाल किया है जैसे कि प्यार, सम्मान, विश्वास, सच्चाई, दोस्ती और वफादारी आदि।
इसके अलावा, शायरों ने आम जनता के मुद्दों से भी इस्तेमाल किया है। वे लोगों को जागरूक करते हैं और उन्हें आधारभूत मूल्यों का सम्मान करने की सलाह देते हैं। शायरी में ईज़्ज़त को बताने के लिए शायरों ने अपने विचारों, भावनाओं और अनुभवों का सही उपयोग करते हुए आम जनता के मुद्दों पर भी विचार किए हैं।
यदि आपलोग भी बेहतरीन इज़्ज़त शायरी की तलाश में है तो हम आपके लिए इंटरनेट की दुनिया से ढूंढकर लाये हैं, आपके लिए एक से बढ़कर एक बेहतरीन इज़्ज़त शायरी जिसे आप अपने चाहने वालो को भेजकर अपनी भावना को व्यक्त कर सकते हैं।
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Izzat shayari in hindi
जो दिल में ईज़्जत की जगह बनाता है !!
वह दुनिया में उठता हुआ सूरज बन जाता है !!
जो इज़्ज़त को अपना मुख़्तसर नहीं समझते !!
उन्हें समझाना हमारी दावत होती है !!
जब तक आपकी ईज़्ज़त होगी आपके अंदर !!
तब तक आप हमेशा उच्च स्थान पर रहेंगे और समाज में सम्मान पाएंगे !!
ईज़्ज़त उसकी होती है जो अपनी आदतों से वफादार होता है !!
क्योंकि एक अच्छी आदत उनकी पहचान बन जाती है !!
जब तक आपकी ईज़्ज़त है आपके साथ !!
तब तक आपका अस्तित्व और बढ़ाता ही जाएगा जहां-तहां !!
ईज़्ज़त है उसकी जो समझता है दूसरों की ईज़्ज़त को !!
बाकी सब तो सिर्फ अपनी खुद की ही ईज़्ज़त पर जीते हैं !!
जब आपकी ईज़्जत होगी आपके साथ !!
तो कोई भी आपके लिए खड़ा हो सकेगा !!
जो इज़्ज़त से नहीं डरते !!
उन्हें वास्तविकता का अहसास नहीं होता !!
जब आपकी ईज़्जत होगी साथ !!
तो तब हमेशा दुनिया खड़ी होगी आपके साथ में !!
ईज़्ज़त एक सुनहरे अफसाने की तरह है !!
ईज़्ज़त बढ़ाती है सदा ही आपके नाम की चाहत में !!
औरत प्यार मोहब्बत करने वाले को शायद भूल जाए !!
पर इज्जत करने वालो को कभी नहीं भूलती !!
अच्छे लोगों की इज्जत कभी कम नहीं होती !!
सोने के सौ टुकड़े करो पर कीमत कम नहीं होती !!
अगर इज्जत का डर हो तो मोहब्बत करना छोड़ दें !!
इश्क की गलियों में आओगे तो चर्चे जरूर होंगे !!
मोहब्बत इज्जत से शुरू होती है !!
मोहब्बत इज्जत पर ही खत्म होती है !!

वक्त !! ऐतबार और इज्जत ये ऐसे परिंदे हैं !!
जो एक बार उड़ जाए तो वापस नहीं आते !!
उस घर के किसी काम में कभी बरकत नहीं होती !!
जिस घर में माँ बाप की इज्जत नहीं होती !!
जिसके मन में लालच जन्म ले लेता हैं !!
उसको फिर इज़्ज़त गवाने में ज्यादा समय नहीं लगता हैं !!
जो व्यक्ति आपको इज़्ज़त ना दे !!
उससे दूर हो जाना ही ज्यादा बेहतर होता हैं !!
किसी भी शख्श को हद से ज्यादा अहमियत मत देने लग जाना !!
वरना तुम अपनी इज़्ज़त खो दोगे !!
जिस तरह के आप कर्म करेंगे !!
उसी तरह की आप इज़्ज़त भी पाएंगे !!
जिसकी इज़्ज़त समाज में सबसे ज्यादा होती हैं !!
लोग उसी की बात को ज्यादा मानते हैं !!
जब भी बात इज़्ज़त या महोब्बत की हो !!
तो बिना सोचे इज्जत को ही चुनना !!
हर चीज कमाना आसान हैं !!
लेकिन इज़्ज़त कमाना बहुत मुश्किल !!
अगर इज्जत का डर हो तो मोहब्बत करना छोड़ दें !!
इश्क की गलियों में आओगे तो चर्चे जरूर होंगे !!
जिंदगी में आये हो तो हर चीज करना !!
पर भूलकर भी कभी अपनी इज़्ज़त मत गवाना !!
मोहबत इज्जत से शुरू होती है !!
मोहब्बत इज्जत पर ही खत्म होती है !!
वक्त ऐतबार और इज्जत ये ऐसे परिंदे हैं !!
जो एक बार उड़ जाए तो वापस नहीं आते !!
जिसके पास इज़्ज़त हैं !!
उसके पास हर चीज हैं !!
इज़्ज़त कही भरे बाजार में नहीं मिलती इसे कमाना पड़ता है !!
रोटी खाओ तो इज़्ज़त की खाओ वरना मत खाओं !!
बेईमान व्यक्ति को यह समाज कभी भी इज़्ज़त नहीं देता !!
बस मौका मिलते ही उसको बेइज़्ज़त करता हैं !!
मुसीबत के वक्त हर किसी की सहायता करनी चाहिए !!
इससे आपकी इज़्ज़त भी बढ़ेगी और लोगो की दुआए भी आपको मिलेंगी !!
जो व्यक्ति सच्चे दिल से दान करता हैं !!
उसकी इज़्ज़त हर व्यक्ति और हर समाज करता हैं !!
माना पैसो से हर चीज खरीदी जा सकती हैं !!
पर पैसो से इज़्ज़त बिलकुल भी नहीं खरीदी जा सकती हैं !!
जो इज़्ज़त कमाने के लिए परिश्रम करता हैं !!
उसके पास धन अपने आप ही दौड़ा चला आता हैं !!
जब बात इज़्ज़त पर आती हैं !!
तो रिश्तों में भी खट्टास अपने आप पैदा हो जाती है !!
इज्जत महंगी चीज है !!
इसकी उम्मीद सस्ते लोगों से ना रखें !!
इज्जत भी मिलेगी दौलत भी मिलेगी !!
सेवा करोगे माँ बाप की तो जन्नत भी मिलेगी !!
कभी कभी लोग मीठी मीठी बाते करके !!
आपको इज्जत नहीं बल्कि धोका दे रहे होते है !!
सोच रहे है सीख ले हम भी बेरुखी करना !!
अपनी कदर खो दी है हमने सबको इज्जत देते देते !!
रिश्ता कोई भी हो बेकार है !!
जब तक इज्जत और यकीन ना हो !!
आज भी लोग हमारी इतनी इज्जत करते हैं !!
हम जिसे मेसेज करते हैं वो सर झुकाकर पढ़ते हैं !!
लोगों से डरना छोड़ दो !!
इज्जत ऊपरवाला देता है लोग नहीं !!
इज्जत देखि तो सिर्फ खुदा के घर देखी !!
जहां रो भी लो तो जमाना तमाशा नही बनाता !!
औकात तो लोगों को डरा कर भी बनाई जा सकती है !!
इज्जत कमाने के लिए प्यार बाँटना पड़ता है !!
इज्जत दोगे तो इज्जत पाओगे !!
अकड़ दिखाओगे तो हमारा कुछ नहीं उखाड़ पाओगे !!
उम्र भर की इज्जत आशिकी के नीलाम हुई !!
मोहब्बत के नाम पर हादसों से मुलाकात हुई !!
शिकायतों की भी इज्जत है !!
हर किसी ने नहीं की जाती !!
खुद्दारियों में हद से गुजर जाना चाहिए !!
इज्ज़त से जी न पाये तो मर जाना चाहिए !!
लड़कियों की इज्जत शायरी !!
लड़कियों की इज्जत किया करो !!
टूटे हुए दिल से मजाक किया नहीं करते और !!
इज्जत के सहारे जीने वालेे ईमान का सौदा नहीं करते !!
जिंदगी जीने लगे जब हमें प्यार हुआ !!
आज और भी कदर बढ़ गयी जब तेरा दीदार हुआ !!
आप की तारीफ़ में हम क्या कहे !!
आप की एक झलक देखने के लिए दुनिया तरसती हैं !!
बेज़्ज़ती मौत से भी बत्तर सजा हैं !!
और इज़्ज़त मेरे लिए जीने की वजह हैं !!
इबादत करने वाले खुदा पर भरोसा करते हैं !!
और मोहब्बत करने वाले अंधे रह जाते है !!
हम इतने बिकाऊ भी नहीं के खुद को भेज दे !!
और हम इतने अमीर भी नहीं के दूसरों का छीन ले !!
एक इज़्ज़तदार व्यक्ति से हर कोई मित्रता करना पसंद करता हैं !!
अगर किसी का अपमान करोगे तो खुद !!
भी एक सम्मानित जीवन नहीं जी पाओगे !!
चाहे इंसान गरीब हो या आमिर !!
दलित हो या ब्राह्मण सबको इज़्ज़त से रहने से का अधिकार हैं !!
खुदा या नाखुदा अब जिसको चाहो बख्श दो इज्जत !!
हकीकत में तो कश्ती इत्तिफाकन बच गई अपनी !!
मयखाने की इज्ज़त का सवाल था हुज़ूर !!
सामने से गुजरे तो !! थोड़ा सा लड़खड़ा दिए !!
सोच रहे है सीख ले हम भी बेरुखी करना !!
अपनी कदर खो दी है हमने सबको इज्जत देते देते !!
काम भले ही छोटा हो पर इज़्ज़त का हो !!
अहंकार पालकर आप कभी भी इज्जत नहीं पा सकते है !!
दूसरो को प्रोत्साहन देकर आप इज्जत के !!
हक़दार जरूर बन सकते हैं !!
अलग ही इज्जत है !! चाय में !! इलायची की भी !!
हर किसी के लिए !! नहीं डाली जाती !!
इज्जत इतनी महंगी चीज है साहब !!
इसकी उम्मीद घटिया लोगों से बिल्कुल भी ना करें !!
जिंदगी में आये हो तो हर चीज करना !!
पर भूलकर भी कभी अपनी इज़्ज़त मत गवाना !!
खुदा या नाखुदा अब जिसको चाहो बख्श दो इज्जत !!
हकीकत में तो कश्ती इत्तिफाकन बच गई अपनी !!
मयखाने की इज्ज़त का सवाल था हुज़ूर !!
सामने से गुजरे तो !! थोड़ा सा लड़खड़ा दिए !!
न छेड़ा करो बात बात पे एडमिन को यारो !!
पूरे ग्रुप में उसकी बेइज्जती खराब होती है !!
सच बोलकर मैने इज्जत गंवाई है !!
तो झूठ बोलने में क्या बुराई है !!
जितनी इज़्ज़त आप दूसरो को दोगे !!
उससे कई ज्यादा इज़्ज़त लोग आपको भी देंगे !!
पैसा कमाना बड़ी बात हैं !!
पर इज़्ज़त कमाना बहुत बड़ी बात हैं !!
चाहे कितना भी पैसा कमा लो अगर इज़्ज़त नहीं !!
कमा पाए तो हमेशा गरीब ही कहलाओगे !!
कोई साथ हो या ना हो पर अपनी इज़्ज़त अपने साथ होनी बहुत ज़रूरी हैं !!
पैसा कमाने के चककर में आज लोग इतने पागल हो गए हैं !!
की इसके लिए अपनी इज़्ज़त बेचना भी ठीक समझते हैं !!
जिंदगी में आये हो तो हर चीज करना !!
पर भूलकर भी कभी अपनी इज़्ज़त मत गवाना !!
इज्जत हमेशा इज्जतदार लोग ही करते हैं !!
क्योंकि जिनके पास खुद इज्जत नहीं वो किसी और को क्या इज्जत देंगे !!
इज़्ज़त भी मिलेगी दौलत भी मिलेगी अगर !!
आपके पास कामियाब बनने की काबिलियत होगी !!
कुछ लोग ऐसे होते हैं की उनको कितनी भी !!
इज़्ज़त दो पर उन्हें वो इज़्ज़त हज़म नहीं होती !!
दौलत का क्या हैं साहब वो तो आती-जाती रहेगी !!
अगर इज्जत एक बार चली गयी थी तो वापस नहीं आएगी !!
किसी के आगे भीख मांगने से अच्छा हैं !!
की आप अपनी मेहनत का खाये और एक इज़्ज़तदार जिंदगी जिए !!
चाहे जिंदगी में कितने भी मोड़ आये !!
पर अपनी इज़्ज़त गवाने के लिए कभी भी किसी के आगे हाथ ना फैलाये !!
दूसरो के साथ बुरा व्यव्हार कर के !!
आप कभी भी इज्जत पाने के हक़दार नहीं बन सकते हैं !!
इस दुनिया में अपनी इस तरह इज़्ज़त बनाना !!
की लोग सामने तो इज़्ज़त करे ही !!
करे लेकिन पीठ पीछे भी इज़्ज़त करना ना भूले !!
मोहब्बत की पहली शर्त इज्जत है !!
जो इज्जत नही दे सकता !!
वो सच्चा प्यार भी नही दे सकता !!
इज्जत किसी आदमी की नही !!
जरूरत की होती हैं !!
जरूरत खत्म तो इज्जत खत्म !!
ईज़्ज़त तो आपकी रूह में होती है !!
जब तक आप उसके लिए तरसेंगे !!
तब तक वह आपके साथ होगी !!
जब भी किसी की सहायता करो तो उस पर कभी भी !!
अपना अहसान मत जताना !!
सच कह रहा हूँ इज्जत गिरते ज्यादा वक्त नहीं लगेगा !!
जहा हमारी गलती हो वहा पर झुक जाना ही सही होता हैं !!
इससे हमारी इज़्ज़त सामने वाले की !!
नजरो में कम नहीं बल्कि और बढ़ जाती हैं !!
मोहब्बत की पहली शर्त इज्जत है !!
जो इज्जत नही दे सकता !!
वो सच्चा प्यार भी नही दे सकता !!
गर्व करना है तो अपनी पिता की इज्जत पर करो !!
धन पर नहीं !!इज्जत कमाने मे उम्र बीत जाती हैं !!
और धन कभी भी कमा सकते हैं !!
इज़्ज़त हमेशा इज़्ज़तदार लोग ही करते है !!
जिनके पास खुद इज़्ज़त नहीं !!
वो किसी दूसरे को क्या इज़्ज़त देगे !!
छोड़ दिया मैने लोगों के पीछे चलना !!
क्योंकि मैंने जिसको जितनी ज्यादा इज्जत दी !!
उसने मुझे उतना ही गिरा हुआ समझा !!
महान इंसान केवल वही बन पाता हैं !!
जिसने अपनी जिंदगी में सफलता के !!
साथ-साथ इज्जत भी कमाई होती हैं !!
औरत कभी खिलौना नहीं होती !!
वो तो परमात्मा के बाद वो पूजनीय व्यक्ति है !!
जो मौत की गोद में जाकर जिंदगी को जन्म देती है !!
दुश्मनों से मोहब्बत किया करो !!
ये जिंदगी बस चार दिन की मेहमान हैं !!
दिल खोल के ख़ुशीया बाटा करो !!
इज्जत का खाओगे तो हमेशा खुश रहोगे !!
और मांगकर खाओगे तो हमेशा लोगो के !!
अहसानो के नीचे दबकर रहोगे !!
अपमान मत करना नारियों का !!
इनके बल पर जग चलता है !!
मर्द जन्म लेकर तो !!
इसी की गोद में पलता है !!
इज्जत मेरी पहचान है !!
इसीलिए आज भी मेरा नाम है !!
कहने वाले तो बहुत कह गए !!
और वह अपने अल्फाजों से भी बदनाम हो गया !!
हम इज्जत के लिए ही जीते हैं !!
और इज्जत के लिए ही मरते हैं !!
कही गलती से भी गलती न हो जाये !!
ये सोच के डरते हैं !!
जहा इज्जत न हो शायरी हब्बत !!
एक दूसरे की कदर करने से और भी बाद गयी !!
देखते ही देखते वो ज़िन्दगी भर के लिए मेरी हो गयी !!
आप की कदर करने से मेरी इज्जत बढ़ती गयी !!
आज मेरा दुनिया में होना !!
उसकी एक वजह लड़की हैं !!
अगर मैं इनकी कदर न करू !!
तो मुझे अपने आप पर शर्म हैं !!
तेरी सांस बन के जीना चाहते हैं !!
हमेशा तेरे पास रहना चाहते हैं !!
आप के इश्क़ में हम अपने आप को !!
बार बार क़ुरबान करना चाहते हैं !!
आज हम ऐसे समाज का हिस्सा हैं दोस्तो !!
जहां बाप की इज्जत बेटी के हाथो मे होती है !!
लेकिन बाप की जायदाद के कागज !!
बेटों के हाथो के होते है !!
जो दूसरों को इज्जत देता है !!
असल में वह खुद इज्जतदार होता है !!
क्योंकि इंसान दूसरों को वही दे पाता है !!
जो उसके पास होता है !!
झुक जाते हैं जो लोग आपके लिए !!
किसी भी हद तक !!
वो सिर्फ आपकी इज्जत ही नहीं !!
आपसे मोहब्बत भी करते हैं !!
आज हम ऐसे समाज का हिस्सा हैं दोस्तो !!
जहां बाप की इज्जत बेटी के हाथो मे होती है !!
लेकिन बाप की जायदाद के कागज !!
बेटों के हाथो के होते है !!
माँ और बीवी दोनों को !!
हमेशा बेपनाह प्यार ओर इज्जत दो !!
एक तुम्हे इस दुनिया में लाई है !!
और दूसरी सारी दुनिया को छोड़कर तुम्हारे पास आई है !!
लड़ सको दुनिया से जज्बों में वो शिद्दत चाहिये !!
इश्क करने के लिये इतनी तो हिम्मत चाहिये !!
कम से कम मैंने छुपा ली देखकर सिगरेट तुम्हें !!
और इस लड़के से तुमको कितनी इज्जत चाहिये !!
मेहनत करे तो धन बने !!
सब्र करे तो काम !!
मीठा बोले तो पहचान बने !!
और इज्जत करे तो नाम !!
गर्व करना है तो अपनी पिता की इज्जत पर करो !!
धन पर नहीं !!
इज्जत कमाने मे उम्र बीत जाती हैं !!
और धन कभी भी कमा सकते हैं !!
लोग दौलत देखते है !!
हम इज्जत देखते है !!
लोग मंजिल देखते है !!
हम सफर देखते है !!
लोग दोस्ती बनाते है !!
और हम उसे निभाते है !!
जो नसीब में प्यार हैं !!
उसकी इज्जत करो !!
क्यों की कुछ लोग ऐसे होते हैं !!
जो प्यार की बहुत कदर करते हैं !!
लेकिन प्यार उनके नसीब में नहीं होता !!
वो सिर्फ औरत नहीं !!
वो किसी की माँ हैं !!
या किसी की बहन हैं !!
किसी की बेटी हैं !!
उनकी कदर करो !!
अपना नजरिया बदलो !!
इज़्ज़त क्या है?
ईज़्ज़त एक ऐसा शब्द है जो व्यक्ति की मान सम्मान और किसी भी व्यक्ति की उच्चता का परिचय देता है। यह व्यक्ति के कर्तव्य, आदर, सम्मान और नैतिक मूल्यों का प्रतिबिम्ब है। ईज़्ज़त के बिना व्यक्ति अपने आपको व्यवहार, समाज, और जीवन में महत्वपूर्ण महसूस नहीं करता है। ईज़्ज़त के साथ, व्यक्ति उच्च स्थान पर रहता है और समाज में सम्मान प्राप्त करता है।